A Short Poetry For Mother

        मां आपके लिए क्या लिखे हम ।
        मां आपके लिए क्या लिखे हम ।

आपके सामने सारे शब्द कम से है ।
आप धूप में रह कर भी छाया दाती रही ।
आप वो हवा है जो हमें महेसुस होते है ।

        मां आपके लिए क्या लिखे हम ।

कि जीवन में गिरे तो, मां ने उठना सीखा दिया ।

पंछी तो नहीं है, पर मां ने उड़ना सीखा दिया ।

कि कलम पकड़ना सीखे ही थे, की मां ने कबिता
लिखना सीखा दिया ।

बेसख,
        रोटी कची ही है पर मां ने उससे भी परफेक्ट
        बनाना सीखा दिया ।

        मां आपके लिए क्या लिखे हम ।

मां जुगनू की जगमघाहट से है ।
मां हार घर में ज्योति की प्रकाश सी है ।

मां पर लिखने के लिए कलम तो उठा लिए
पर मां पे लिखे क्या ?

हम मां से सुरु और मा पे काथम से है ।
मां है तो ये सारा जहां है, आपने इस जहां के बारे में
लिखे क्या हम ।

.........................................................................

🙏🙏 Thank You for Reading My Post 🙏🙏

Comments

Popular posts from this blog

A Short Poetry For The Doctors Fighting Against Covid-19

Rakhi Special Mehndi Design